पापा जी ये गांव कैसा होता है, बता दो, बड़ा उत्सुक हूं, हो सके तो ले जाकर दिखा दो। पापा जी ये गांव कैसा होता है, बता दो, बड़ा उत्सुक हूं, हो सके तो ले जाकर दिख...
एक बार भी माँ की सुुधि ना मेरे लहू का रंग बदल गया। एक बार भी माँ की सुुधि ना मेरे लहू का रंग बदल गया।
पहले कभी सोचा नहीं कि अपने लिए भी कभी कुछ करूँ, सोचती हूँ कि अपने हिस्से की जिंदगी अब पहले कभी सोचा नहीं कि अपने लिए भी कभी कुछ करूँ, सोचती हूँ कि अपने हिस्से की ज...
कोई नेता न बेचने पाए, कफ़न किसी शहीद का, उस वसंती शाम को.... कोई नेता न बेचने पाए, कफ़न किसी शहीद का, उस वसंती शाम को....
इस धरा को नरक कर के स्वर्ग में सीढ़ी लगाना औरों के लिए काटें बो कर, फूल की इच्छा जताना.... इस धरा को नरक कर के स्वर्ग में सीढ़ी लगाना औरों के लिए काटें बो कर, फूल की इच्छा ...